इस खतरनाक बीमारी के कारण किडनी में हो जाते हैं छोटे-छोटे छाले, जानिए क्या है?

इस खतरनाक बीमारी के कारण किडनी में हो जाते हैं छोटे-छोटे छाले, जानिए क्या है?

सेहतराग टीम

मानव शरीर में कई अंग होते हैं और सभी अपने कामों के लिए जरुरी होते हैं। एक स्वस्थ्य शरीर के लिए सभी अंगों का सुचारु रुप से काम करना बेहद जरुरी होता है। वैसे सभी अंगों की आवश्यकता हमें हमेशा होती है इसलिए सभी जरुरी हैं लेकिन हमारे शरीर में किडनी कुछ ज्यादा ही महत्वपूर्ण अंग है। क्योंकि यदि यह खराब हो जाए तो जीवन संभव नहीं है। मगर गलत खानपान और लाइफस्टाइल के कारण आज कल ज्यादा प्रभावित हो रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आजकल के खानपान के कारण हम में प्रत्येक व्यक्ति की किडनी किसी न किसी स्तर तक खराब हो चुकी है। आमतौर पर किडनी के खराब होने की शुरुआत में हमें इतने सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं कि उस तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता है जैसे- थकान, पेट दर्द आदि। और किडनी खराब होने का सटीक संकेत तब मिलता है जब किडनियां 60% से ज्यादा खराब हो चुकी होती हैं।

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किडनी की ही एक समस्या है- सिंपल किडनी सिस्ट्स इस समस्या में मरीज की किडनी में छोटे-छोटे द्रव से भरे छाले निकल आते हैं, जिन्हें सिस्ट कहा जाता है। ये छाले या सिस्ट कैंसरकारी नहीं होते हैं लेकिन किडनी के फंक्शन को प्रभावित कर सकते हैं। अभी तक वैज्ञानिक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि किडनी में ये सिस्ट क्यों होते हैं, मगर इसके लक्षण बड़े सामान्य हैं।

किडनी सिस्ट होने के लक्षण

कुछ लोगों में एक ही सिस्ट होता है जबकि कुछ लोगों की किडनियों में कई सिस्ट हो सकते हैं। ये सिस्ट गोल या अंडाकार किसी भी आकार में हो सकते हैं। वहीं यह भी जान लीजिए कि ये छाले एक छोटे से मटर के दाने से लेकर गोल्फ की बॉल जितने बड़े हो सकते हैं। कई बार इन सिस्ट के बनने के बाद व्यक्ति को कोई तकलीफ नहीं होती है या बेहद सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करने से ये सिस्ट बढ़ते जाते हैं, जैसे-

  • इन छालों के फूटने के कारण किडनी में दर्द होना।
  • इन छालों के हड्डी से दबने के कारण पेट या किडनी में तेज दर्द और जलन जैसा महसूस होना।
  • बुखार आना और हर समय थकान बने रहना
  • ब्लड प्रेशर का बढ़ जाना
  • पेशाब के साथ खून आना।
  • आमतौर पर ये किडनी सिस्ट्स बड़ी उम्र के लोगों को ज्यादा होती है, मगर इसका खतरा सभी उम्र के लोगों को होता है।

किडनी सिस्ट का पता कैसे चलता है?

लक्षणों के आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन ये लक्षण किडनी की दूसरी बीमारियों के भी हैं। इसलिए किडनी सिस्ट का पता लगाने का यही तरीका है कि आप डॉक्टर के पास जाएं और सीटी स्कैन (CT Scan) या एमआरआई (MRI) करवाएं। इस तरह से ट्यूमर या सिस्ट का पता सही तरीके से लगाया जा सकता है। इसके अलावा अगर किडनी की कोई और समस्या है, तो आप साधारण सा किडनी फंक्शन टेस्ट करवा सकते हैं, जिसमें खून के सैंपल द्वारा जांच करके बताया जाता है कि आपकी किडनियां कितने सही तरीके से काम कर रही हैं।

क्या है किडनी सिस्ट का इलाज?

अगर किसी व्यक्ति की किडनी में एक या एक से ज्यादा छाले यानी सिस्ट हो गए हैं, तो इसे ठीक करने के लिए डॉक्टर्स कई तरह के ट्रीटमेंट का सहारा ले सकते हैं। शुरुआती अवस्था में लक्षणों के आधार पर इलाज किया जा सकता है, जैसे- दर्द या पेशाब में खून का आदि। इसके बाद गंभीर स्थितियों में स्क्लेरोथेरेपी के द्वारा व्यक्ति की किडनी के इन छालों से द्रव निकला दिया जाता है। अगर सिस्ट बहुत बड़ा है या ज्यादा हैं, तो डॉक्टर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के द्वारा इसे ठीक करने की सलाह देते हैं। कुल मिलाकर ये एक ऐसी बीमारी है, जिसे आप न तो रोक सकते हैं और न ही किसी घरेलू नुस्खे से ठीक कर सकते हैं। इसलिए लक्षण दिखने पर आपको डॉक्टर से ही संपर्क करना चाहिए।

 

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